
मोटापा आज के दौर में हर किसी के लिए एक चुनौती बन गया है, मौजूदा समय में करीब 2 अरब लोग अधिक वजन या मोटापे की ज़द में है जो बढ़कर 4 अरब हो सकते हैं। यह संख्या दुनिया की आधी आबादी के बराबर होगी। दरअसल इंडियन जनरल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार 2035 तक दुनिया में मोटे लोगों की संख्या बढ़कर दोगुनी हो सकती है। इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि मौजूदा समय मे दुनिया की 38% आबादी अधिक वजन की समस्या से जूझ रही है, और आगे भी यह समस्या बढ़ेगी।
भारत की स्थिति चिंताजनक
मध्य और कम आय वाले देशों में अधिक वजन के लोगों की संख्या तेजी से बढ़ने की आशंका है। इसकी खास वज़ह अनियमित और अनियंत्रित खानपान और खराब जीवनशैली है। इस सन्दर्भ में भारत की स्थिति चिंताजनक मानी जा रही है।
चार फीसदी बच्चे अधिक वजन के शिकार…
राष्ट्रीय परिवार कल्याण सर्वेक्षण-5 के आकड़ों के मुताबिक देश में 23 फीसदी पुरुष और 24 फीसदी महिलाएं मोटापे का शिकार है। बच्चों के मामले में तो ये आकड़ा और भी चौकाने वाला है। पांच साल से कम उम्र के चार फीसदी बच्चे भी अधिक वजन के शिकार हैं। भारत में ये आकड़े और तेजी से बढ़ने की आशंका है। दरअसल मोटापे के कारण होने वाली बीमारियों में मधुमेह और हृदय रोगों के चलते दुनिया भर में चार ख़रब डॉलर का अतिरिक्त बोझ बढ़ सकता है। जो कि ग्लोबल जीडीपी के तीन फीसदी के बराबर होगा.. बताते चलें कि मधुमेह रोगियों की संख्या बढ़ने के आसार सबसे ज्यादा है।